मन को जबरदस्ती रोकना उल्टा उसे और बढ़ाता है। इसलिए, किसी और सकारात्मक कार्य में मन को लगाओ: पढ़ना, भक्ति गीत, टहलना, जप। मन आकर्षण की ओर जाए, तो सजगता से दिशा बदल दो। बस “नहीं चाहिए” मत बोलो—“यह चाहिए” तय करो। सभी शास्त्र कहते हैं, “दृष्टि नियंत्रित, तो मन नियंत्रित।” सामने से कोई आकर्षक स्त्री आए तो दृष्टि बस सामान्य स्तर पर रखो। अधिक देर तक न देखना – यह आदत 7–10 दिनों में सुधर जाती है।