loader image

नारायण कवच हिंदी में

नारायण कवच (Narayan Kavach Hindi) का वर्णन श्रीमद्भागवत महापुराण के आठवे अध्याय में न्यास व कवच पाठ बताया गया है। नारायण कवच में भगवान श्री हरी विष्णु से प्रार्थना करते है की रणभूमि ,अंधकार, शत्रुओं, प्रलय आदि विकट से विकट परिस्थिति में हमारी रक्षा करें। नारायण कवच के हरेक श्लोक में हम भगवान श्री नारायण को रक्षा की कामना करते है।

नारायण कवच (Narayan Kavach Hindi) भय का अवसर उपस्थित होने पर अपने शरीर की रक्षा करने के लिए धारण कर सकते है। नारायण कवच सही विधि से धारण करके व्यक्ति अगर किसी को छू ले तो असका भी मंगल हो जाता है, नारायण कवच की ऐसी महिमा पुराणों में दी गई है।

 

नारायण कवच (Narayan Kavach Hindi) के फायदे:

1) नारायण कवच का पाठ करने से शत्रुओं से और हर एक प्रकार की आपत्तियो से छुटकारा मिलता है।

2) कोई भी मनुष्य नारायण कवच धारण कर लेता है, उस मनुष्य को कभी भी प्रेत, पिशाच, राजा आदि से किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता है।

3) जो कोई पुरूष नारायण कवच का पाठ प्रतिदिन करता हे और धारण करता है, वह सब प्रकार के भयों से मुक्त हो जाता और सभी प्राणी उसके सामने आदर से झुक जाते हैं।

4) नारायण कवच का पाठ पूरी निष्ठा के साथ करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति व सुरक्षा मिलती है।

 

यह भी पढ़े

गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र हिंदी में

गरुड़ पुराण हिंदी में

निर्वाण उपनिषद हिंदी में

श्रीमद्भगवद्गीता हिंदी में

श्री रामचरितमानस हिंदी में

विवेकचूडामणि हिंदी में

 

Please wait while flipbook is loading. For more related info, FAQs and issues please refer to DearFlip WordPress Flipbook Plugin Help documentation.

Share

Related Books

Share
Share