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काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च।
अल्पहारी, गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं।।
Chanakya Niti chapter 2 in Hindi
चाणक्य नीति : दूसरा अध्याय | Chanakya Niti Chapter 2 In Hindi चाणक्य नीति के अध्याय 2 (Chanakya Niti chapter 2 in Hindi) में चाणक्य द्वारा कई विषयों को शामिल किया गया है, और इसका परिचय आम तौर पर अनुसरण किए जाने वाले ज्ञान और ज्ञानचक्षु के लिए स्वर निर्धारित करता है। इस अध्याय के छंद मार्ग दर्शन एवं संचालन
Vidyeshwar Samhita 21 Chapter To 25 Chapter
विद्येश्वर संहिता (Vidyeshwar Samhita 21 Chapter To 25 Chapter) के इक्कीसवां अध्याय से पच्चीसवां अध्याय में शिवलिंग की संख्या, शिव नैवेद्य और बिल्व माहात्म्य, शिव नाम की महिमा, भस्मधारण की महिमा और रुद्राक्ष माहात्म्य का वर्णन किया गया है। यहां एक क्लिक में पढ़ें ~ विद्येश्वर संहिता प्रथम अध्याय से दसवें अध्याय तक ॥ ॐ नमः शिवाय ॥ विद्येश्वर संहिता
Shri Surya Chalisa in Hindi
Shri Surya Chalisa in Hindi | “श्री सूर्य चालीसा” सूर्य उपासना का शुभ और सरल उपाय “सूर्य चालीसा” (Shri Surya Chalisa in Hindi) हिंदू धर्म में भगवान सूर्य को समर्पित एक भक्ति भजन है। भक्तों द्वारा अपनी भक्ति व्यक्त करने और स्वास्थ्य, समृद्धि और आध्यात्मिक कल्याण के लिए भगवान सूर्य का आशीर्वाद लेने के लिए इसका पाठ किया जाता है।
Mahalakshmi Ashtakam Lyrics in English
Read the miraculous hymn of Mahalakshmi, an impressive worship composed by Indra himself. There are seven days of the week in the Hindu calendar, these seven days are dedicated to some deity or the other. Thus, Friday is dedicated to Mahalakshmi, and the tradition of worshiping Mahalakshmi on this day is mentioned in the scriptures. After worshiping Mahalakshmi duly, Mahalakshmi
Mahabharat Adi Parva Tritiya Adhyay in Hindi
॥ श्रीहरिः ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ श्रीवेदव्यासाय नमः ॥ श्रीमहाभारतम् आदिपर्व तृतीयोऽध्यायः ॥ पौष्यपर्व ॥ आदिपर्व के तृतीय अध्याय (Mahabharat Adi Parva Tritiya Adhyay) को पौष्यपर्व के नाम से भी जाना जाता है। इस अध्याय में जनमेजय को सरमाका शाप का वर्णन, जनमेजय द्वारा सोमश्रवा का पुरोहित के पदपर वरण, आरुणि, उपमन्यु, वेद और उत्तंककी गुरुभक्ति तथा उत्तंकका सर्पयज्ञके लिये
Raghuvansh Mahakavya Tritiya Sarg in Hindi
रघुवंशम् महाकाव्य तृतीय सर्ग | Raghuvansham Tritiya Sarg “रघुवंशम महाकाव्य” (Raghuvansham Tritiya Sarg) महान भारतीय कवि कालिदास द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध संस्कृत महाकाव्य है। यह महाकाव्य कालिदास की सबसे प्रसिद्ध कृतियों में से एक है, और इसमें उन्नीस सर्ग या “सर्ग” शामिल हैं। “रघुवंशम महाकाव्य” के तीसरे सर्ग में, सुलक्षणा के गर्भ के लक्षण और रघु के जन्म एवं महाराज
Chanakya Niti First Chapter in Hindi
चाणक्य नीति : प्रथम अध्याय | Chanakya Neeti : First Chapter In Hindi चाणक्य नीति का पहला अध्याय (Chanakya Niti First Chapter) एक परिचय के रूप में कार्य करता है और पूरे पाठ के लिए स्वर निर्धारित करता है। यह एक धर्मी और बुद्धिमान नेता के महत्व पर चर्चा करता है और कैसे एक शासक का चरित्र और कार्य किसी
Finding Solutions For Your Problems In Bhagavad Gita
Finding Solutions For Your Problems In Bhagavad Gita The truth is that we can have a feeling of doubt in our mind, and can be suspicious of others too. We are in a dilemma about what to do and what not to do? This dilemma had arisen in Arjun’s mind. (Find Solutions Your Problems In Bhagavad gita) The sermon given
Shri Ram Stuti
श्री राम स्तुति: श्री राम चंद्र कृपालु भजमन | Ram Stuti Lyrics In Hindi श्री राम स्तुति (Ram Stuti) (श्री राम चंद्र कृपालु भजमन) १६वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित भजन है। यह हरिगीतिका छंद में लिखा गया भजन भक्तिरस से पूर्णतः और साहित्यिक तौर पर भी अतुलनीय है। मनुष्य के मन को वश करनेवाली ये श्री राम स्तुति
Vidyeshwar Samhita 11 Chapter To 20 Chapter
विद्येश्वर संहिता (Vidyeshwar Samhita 11 Chapter To 20 Chapter) के ग्यारहवां अध्याय से बिसवां अध्याय में शिवलिंग की स्थापना और पूजन विधि के वर्णन के साथ-साथ मोक्षदायक पुण्य क्षेत्रों का वर्णन भी किया गया है। शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता में सदाचार, संध्यावंदन, प्रणव, गायत्री जाप एवं अग्रिहोत्र की विधि, महिमा, अग्रियज्ञ, देवयज्ञ और ब्रह्मयज्ञ का वर्णन मिलता है। इस
Sampurn Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay
॥ श्रीहरिः ॥ * श्रीगणेशाय नमः * ॥ श्रीवेदव्यासाय नमः ॥ श्रीमहाभारतम् आदिपर्व द्वितीयोऽध्यायः Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay आदिपर्व द्वितीयोऽध्याय: (Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay) ( पर्वसंग्रहपर्व) में समन्तपंचक क्षेत्रका वर्णन, अक्षौहिणी सेना का प्रमाण, महाभारत में वर्णित पर्वों और उनके संक्षिप्त विषयों का संग्रह तथा महाभारत के श्रवण एवं पठन का फल है। Mahabharata in English ~ महाभारत हिंदी में
Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi
॥ श्रीः रघुवंशम् महाकाव्य ॥ कालिदासकृत रघुवंशम् महाकाव्य द्वितीया सर्गः | Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi रघुवंशम् महाकाव्य द्वितीय सर्ग (Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi) राजा दिलीप की गोभक्ति-परायणता प्रस्तुत करता है। राजा पत्नी सुदक्षिणा सहित एकाग्रचित्त से नन्दिनी की सेवा में संलग्न हो जाते हैं। नन्दिनी गौ के द्वारा राजा दिलीप की परीक्षा और पुत्रोत्पत्ति के वर