Blog
Blog
काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च।
अल्पहारी, गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं।।
Vidyeshwar Samhita 11 Chapter To 20 Chapter
विद्येश्वर संहिता (Vidyeshwar Samhita 11 Chapter To 20 Chapter) के ग्यारहवां अध्याय से बिसवां अध्याय में शिवलिंग की स्थापना और पूजन विधि के वर्णन के साथ-साथ मोक्षदायक पुण्य क्षेत्रों का वर्णन भी किया गया है। शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता में सदाचार, संध्यावंदन, प्रणव, गायत्री जाप एवं अग्रिहोत्र की विधि, महिमा, अग्रियज्ञ, देवयज्ञ और ब्रह्मयज्ञ का वर्णन मिलता है। इस
Sampurn Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay
॥ श्रीहरिः ॥ * श्रीगणेशाय नमः * ॥ श्रीवेदव्यासाय नमः ॥ श्रीमहाभारतम् आदिपर्व द्वितीयोऽध्यायः Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay आदिपर्व द्वितीयोऽध्याय: (Mahabharat Adi Parva dwitiya Adhyay) ( पर्वसंग्रहपर्व) में समन्तपंचक क्षेत्रका वर्णन, अक्षौहिणी सेना का प्रमाण, महाभारत में वर्णित पर्वों और उनके संक्षिप्त विषयों का संग्रह तथा महाभारत के श्रवण एवं पठन का फल है। Mahabharata in English ~ महाभारत हिंदी में
Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi
॥ श्रीः रघुवंशम् महाकाव्य ॥ कालिदासकृत रघुवंशम् महाकाव्य द्वितीया सर्गः | Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi रघुवंशम् महाकाव्य द्वितीय सर्ग (Raghuvansh Mahakavya Dwitiya Sarg in Hindi) राजा दिलीप की गोभक्ति-परायणता प्रस्तुत करता है। राजा पत्नी सुदक्षिणा सहित एकाग्रचित्त से नन्दिनी की सेवा में संलग्न हो जाते हैं। नन्दिनी गौ के द्वारा राजा दिलीप की परीक्षा और पुत्रोत्पत्ति के वर
Satyanarayan Katha Puja Vidhi in Gujarati
શ્રી સત્યનારાયણ વ્રત કથા ગુજરાતી | Satyanarayan Katha Puja Vidhi in Gujarati શ્રી સત્યનારાયણ કથાના (Satyanarayan Katha in Gujarati ) પાઠનો શુભ દિવસ પૂર્ણિમા, અમાવસ્યા, રવિવાર, ગુરુવાર, સંક્રાંતિ અને અન્ય તહેવારો પર જોવા મળે છે. સત્યનારાયણ કથા શરૂ કરતા પહેલા વિશેષ પૂજા કરવામાં આવે છે. સૌથી પહેલા ભગવાન ગણેશની પૂજા, ભગવાન વિષ્ણુની પૂજા, પૃથ્વીની પૂજા, ભગવાન શાલિગ્રામની પૂજા કરવામાં આવે
Raghuvansham Epic First Canto
॥ Shri Raghuvansham ॥ सनातनकविरेवाप्रसादद्विवेदिसंपादित महाकविकालिदासकृतं गभीरमहाकाव्यं The story of Valmikikrit Ramayana begins with the kingdom of Maharaja Dasaratha in Ayodhya city and ends with the mention of the story of the sons and brothers of Sri Rama. But the story of the great poet Kalidasa’s ‘Raghuvansh’ epic (Raghuvansham Epic First Canto) begins with the description of King Dilip, the
Read Shiva Mahimna Stotra in English with Lyrics and Meaning
Shiva Mahimna Stotra in English Lyrics Shri Shiv Mahimna Stotra (Shiva Mahimna Stotra in English Lyrics) has a special place in Sanskrit Stotra literature. There is a store of praises in Shruti, Smriti, History, Puranas. Shree Shiv Mahimnah Stotra is recited by everyone every day. Especially in the month of Savan and on the occasion of Shivratri, the recitation of
Sampurn Mahabharata Online Padhe Adi Parva Pratham Adhyay
॥ श्रीहरिः ॥ * श्रीगणेशाय नमः * ॥ श्रीवेदव्यासाय नमः ॥ श्रीमहाभारतम् (Mahabharat Adiparva) आदिपर्व प्रथमोऽध्यायः ॥ अनुक्रमणिकापर्व ॥ महाभारत ग्रंथ का आरंभ आदिपर्व के प्रथमोऽध्यायः(Mahabharat Adiparva) में अनुक्रमणिकापर्व से ही होता है।इसमें संपूर्ण महाभारत में आए सभी विषयों की संक्षिप्त विषयसूची सन्निहित है। साथ ही अनुक्रमणिकापर्व में महाभारत के पाठ की महिमा का भी वर्णन किया गया है। Mahabharata
Vidyeshwar Samhita First Chapter To Tenth Chapter
“विद्येश्वर संहिता” (Vidyeshwar Samhita) शिव महापुराण का प्रथम खण्ड है। विद्येश्वर संहिता पहले अध्याय से दसवाँ अध्याय में तुरन्त पाप नाश करनेवाले साधन के विषय मे प्रश्न, शिव पुराण का परिचय और महिमा, श्रवण, कीर्तन और मनन साधनों की श्रेष्ठता, सनत्कुमार-व्यास संवाद, शिवलिंग का रहस्य एवं महत्व, ब्रह्मा-विष्णु युद्ध, शिव निर्णय, ब्रह्मा का अभिमान भंग, लिंग पूजन का महत्व और
Raghuvansham mahakavya Pratham Sarg in Hindi
वाल्मीकिकृत रामायण की कथा अयोध्यानगरी में महाराजा दशरथ के राज्य से प्रारम्भ होती है और श्री राम के पुत्रों तथा भाईयों के वृत्तान्त के उल्लेख के साथ समाप्त होती है। परन्तु महाकवि कालिदास के ‘रघुवंश’ महाकाव्य (Raghuvansham mahakavya Pratham Sarg) की कथा श्री राम के पूर्वज राजा दिलीप के वर्णन से प्रारम्भ होती है तथा विषयासक्त कामुक राजा अग्निवर्ण की
Bajrang Baan in Hindi [6 Minute]
Bajrang Baan in Hindi: बजरंग बली का बजरंग बाण पाठ सभी भक्तो के लिए अमोघ बाण है, संपूर्ण बजरंग बाण बजरंग बाण पाठ (Bajrang Baan in Hindi) हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव के रूद्र अवतार कस्टभंजन देव हनुमानजी को समर्पित है। बजरंग बाण पाठ महाकवि तुलसीदास रचित रामचरित मानस के अंश में हनुमान चालीसा के बाद आता
Bhagavad Gita Me Apni Samsya Ka Samadhan Khoje
श्रीमद्भगवद्गीता से अपनी समस्याओं का समाधान खोजें सत्य यह है कि हमारे मन में संदेह का भाव हो सकता हैं, और दूसरों पर भी संदेह रख सकते हैं। हम इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि क्या करें और क्या न करें? यही दुविधा अर्जुन के मन में उत्पन्न हुई थी। (Bhagavad Gita Me Apni Samsya Ka Samadhan) श्रीमद्
Bhagavad Gita Chapter 18 in Hindi [15 Minute]
सम्पूर्ण श्रीमद्भगवद्गीता ~ Bhagavad Gita Chapter 18 in Hindi अध्याय अट्ठारह मोक्षसंन्यासयोग श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय अट्ठारहवाँ (Bhagavad Gita Chapter 18) को मोक्षसंन्यासयोग कहा जाता है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण द्वारा विस्तारपूर्वक गीता के समस्त उपदेशों का सार बताया गया हैं। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण त्याग के विषय, कर्मों के सांख्यसिद्धांत का वर्णन, तीनों गुणों के अनुसार